5 EASY FACTS ABOUT पारद शिवलिंग ONLINE DESCRIBED

5 Easy Facts About पारद शिवलिंग online Described

5 Easy Facts About पारद शिवलिंग online Described

Blog Article

भारतीय नौसेना ने मुंबई तट पर घायल चीनी नाविक को बचाया, जिससे चीन ने भारत का आभार व्यक्त किया। यह घटना एलएसी पर तनाव के बावजूद हुई, जहां भारतीय और चीनी सेनाएं तैनात हैं। चीन ने भारत के बचाव प्रयासों की सराहना की और कहा कि नाविक की हालत में सुधार हो रहा है।

Invest in 100% first parad shivling online at an exceptionally minimal price from our Site and maintain it in your home due to the fact in every residence where by it happens, there is grace of all of the Gods and Goddesses.

साक्षात् शिव: पारद शिवलिंग को भगवान शिव का साक्षात् स्वरूप माना जाता है। इसकी पूजा करने से भगवान शिव की कृपा सीधे प्राप्त होती है।

पारद शिवलिंग को घर मे रखा जा सकता है ये आप किसी भी वजन और ऊंचाई का रख सकते है। 

समुद्र मंथन के दौरान उत्पन्न विष को पीकर भगवान शिव ने संसार को इसके विनाश से सुरक्षित रखा था। विष पीने से उनका कंठ नीला हो गया था, इसलिए उन्हें नीलकंठ कहा जाता है। विष की पीड़ा से उत्पन्न दाह को शांत करने के लिए देवताओं और ऋषियों ने शिवलिंग पर जल चढ़ाना शुरू किया था तब से यह परंपरा आज भी जारी है। शिवलिंग को भगवान शिव का प्रतीक मानकर पूजा जाता है और इसकी पूजा विधि-विधान के साथ की जाती है।

कुंडली में कमज़ोर चंद्रमा मानसिक परेशानियों का कारण बनता है। पारद शिवलिंग की पूजा करने से चंद्रमा को बल मिलता है।

ग्रह दोष निवारण: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पारद शिवलिंग की पूजा से ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।

हिन्दू धर्म में शिव की पूजा का अत्यधिक महत्व होता है। शिव जी का पूजन करना शुभ माना जाता है। सनातन धर्म में शिव जी के स्वरूप शिवलिंग की पूजा की जाती है। कहा जाता है जो भी शिवलिंग की पूजा करता है। उस पर भगवान शिव का आशीर्वाद बना रहता है। शिवलिंग की पूजा में सबसे महत्वपूर्ण होता है पारद शिवलिंग। पारद शिवलिंग की पूजा करना अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है।

बद्रीनाथ की मूर्ति के बारे में जानें रहस्यमयी बातें, स्पर्श कर सकते हैं बस यही

Prevent the hassle and force of negotiating at dealerships and acquire the car You are looking for on your own phrases. Our services might help auto consumers like you snag the very best vehicle offer rapid, quick, and problem-cost-free!

और पढ़ें रामायण की प्रमुख घटनाओं पर है ग्रह नक्षत्रों का प्रभाव, पढ़िए यहां विशेष बातें

स्फटिक शिवलिंग की उपस्थिति से घर में शांति और समृद्धि read more का वास होता है।

पं. शर्मा के अनुसार घर में हाथ के अंगूठे के पहले भाग से बड़ा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। जहां शिवलिंग रखा हो, वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। रोज सुबह-शाम शिवलिंग के पास दीपक जलाएं। भोग लगाएं। घर में क्लेश न करें और शिवजी के मंत्रों का जाप करें।

देशभर में जो ज्योर्तिलिंग है वे सभी स्वंभू है परंतु पत्थर के शिवलिंग के अलावा शिवलिंग कई प्रकार और पदार्थ या धातु से बनाए जाते हैं। शिवपुराण अनुसार भगवान विष्णु ने पूरे जगत के सुख और कामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान विश्वकर्मा को अलग-अलग तरह के शिवलिंग बनाकर देवताओं को देने की आज्ञा दी थी। विश्वकर्मा जी ने अलग-अलग पदार्थों, धातु व रत्नों से शिवलिंग बनाए थे। सभी शिवलिंग को पूजने या उचित स्थान पर रखने का महत्व और उद्देश्य अलग अलग है। पारद शिवलिंग देश में कई स्थानों पर विराजित हैं। इसे पारदेश्वर महादेव कहते हैं। आओ जानते हैं पारद शिवलिंग के बारे में संक्षिप्त जानकारी।

Report this page